अरे मन भज ले सीताराम
श्री राम है सुख के धाम,
अरे मन भज ले सीताराम,
राम नाम अनमोल धन है,
जान सके तो जान,
अरे मन भज ले सीताराम,
श्री राम है सुख के धाम।
छोड़ कपट छल जिसने गाया,
जीवन का सुख उसने पाया,
राम नाम तो मंत्र है सुख का,
भजले तज अभिमान,
अरे मन भज ले सीताराम,
श्री राम है सुख के धाम।
सुख समझे बैठा है जिसमें,
दुख के कारण हैं वह जग में,
मेरा मेरा क्यों करता है,
अपना कुछ मत मान,
अरे मन भज ले सीताराम,
श्री राम है सुख के धाम।
सोच समझ चिंतन कर मन में,
राम बसे हर क्षण हर कण में,
तेरा ईश्वर तेरे मन में,
अनुभव कर इंसान,
अरे मन भज ले सीताराम,
श्री राम है सुख के धाम।
लाखों तर गए राम नाम से,
शबरी अहिल्या तरी नाम से,
राम नाम से ही लग जाएगी,
तेरी नैया पार,
अरे मन भज ले सीताराम,
श्री राम है सुख के धाम।
श्री राम है सुख के धाम,
अरे मन भज ले सीताराम,
राम नाम अनमोल धन है,
जान सके तो जान,
अरे मन भज ले सीताराम,
श्री राम है सुख के धाम।
।। अरे मन भज ले सीताराम।। ARE MAN BHAJ LE SEETA RAM ।।