रघुपति राघव राजा राम लिरिक्स Raghupati Raghav Raja Ram Lyrics
रघुपति राघव राजा राम लिरिक्स Raghupati Raghav Raja Ram Lyrics : Shri Ram Bhajan Lyrics
सीता राम सीता राम,भज प्यारे तू सीता राम,
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
ईश्वर अल्लाह तेरो नाम,
सबको सन्मति दे भगवान,
रघुपति राघव राजा राम,
पतित पावन सीता राम।
जय रघुनंद जय सियाराम,
जानकी वल्लभ सीताराम,
रघुपति राघव राजा राम,
पतित पावन सीता राम।
कौशल्या के प्यारे राम,
दशरथ राज दुलारे राम,
रघुपति राघव राजा राम,
पतित पावन सीता राम।
लखन भरत के प्यारे राम,
हनुमत के हो सहारे राम,
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
रात को निंदिया दिन तो काम,
कभी भजोगे प्रभु का नाम,
करते रहिये अपने काम,
लेते रहिये हरि का नाम,
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम।
इस भजन के पहले दो श्लोकों में, भगवान राम को उनके विभिन्न नामों से संबोधित किया गया है। रघुपति राघव राजाराम का अर्थ है "रघुवंशी, राघव, राजा राम"। यह भगवान राम का एक सामान्य नाम है। पतित पावन सीताराम का अर्थ है "पापियों को पवित्र करने वाले राम और सीता"। यह भगवान राम और उनकी पत्नी सीता की एक विशेषता का वर्णन करता है।
भक्तों को भगवान राम और सीता की भक्ति करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। सीताराम सीताराम का अर्थ है "राम और सीता, राम और सीता"। यह भक्तों को भगवान राम और सीता के नामों का जाप करने के लिए कहता है।
भक्त भगवान से सभी धर्मों के लोगों को आशीर्वाद देने के लिए कहते हैं। ईश्वर अल्लाह तेरो नाम का अर्थ है "ईश्वर और अल्लाह तुम्हारा नाम है"। यह भक्तों को यह बताता है कि सभी धर्मों के लोग एक ही भगवान की पूजा करते हैं।
भक्त भगवान को सभी धर्मों के लोगों के पिता के रूप में देखते हैं। राम रहीम करीम समान का अर्थ है "राम, रहीम और करीम एक समान हैं"। यह भक्तों को यह बताता है कि सभी धर्मों के लोग एक ही भगवान की संतान हैं।
भक्त भगवान से सभी लोगों को मानवता के ज्ञान का आशीर्वाद देने के लिए कहते हैं। सब मिला मांगे यह वरदान का अर्थ है "सब मिलकर यह वरदान मांगें"। यह भक्तों को यह बताता है कि सभी लोगों को मानवता के ज्ञान के साथ रहना चाहिए।
यह भजन भगवान राम और सीता की भक्ति और सभी धर्मों के लोगों के लिए आशीर्वाद का एक रूप है। यह भक्तों को भगवान राम और सीता के नामों का जाप करने और सभी धर्मों के लोगों के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए प्रोत्साहित करता है। रघुकुल , रघुवंश मे उत्पन्न होने के कारण राघव और रघुवंशमणि , रघुवीर , रघुकुल नन्दन , रघुराज आदि नाम भी हैं