मेरे दिल की पतंग कट गयी लिरिक्स Mere Dil Ki Patang kat Gayi Lyrics, Krishna Bhajan by Pujya Devakinandan Ji Maharaj
मेरे दिल की पतंग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया,
मुरली वाला लूट ले गया।।
सांवरे कन्हैया से पेच लड़ाया था,
पेच लड़ाके मैं तो बड़ा पछताया था,
मेरी डोर जाने कैसे फस गयी,
मुरली वाला लूट ले गया,
मेरे दिल की पतग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया।।
कटती पतंग मेरी प्रेम की डोरी से,
डोर में फँसाई डोर कान्हा ने चोरी से,
इस छलिया की दाल गल गयी,
मुरली वाला लूट ले गया,
मेरे दिल की पतग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया।।
अच्छा हुआ लूटके ले गया कन्हैया,
वर्ना लूटके ले जाती दुनिया,
इसे श्याम की शरण मिल गई,
मुरली वाला लूट ले गया,
मेरे दिल की पतग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया।।
मेरे दिल की पतंग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया,
मुरली वाला लूट ले गया।।
मुरली वाला लूट ले गया।।
सांवरे कन्हैया से पेच लड़ाया था,
पेच लड़ाके मैं तो बड़ा पछताया था,
मेरी डोर जाने कैसे फस गयी,
मुरली वाला लूट ले गया,
मेरे दिल की पतग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया।।
कटती पतंग मेरी प्रेम की डोरी से,
डोर में फँसाई डोर कान्हा ने चोरी से,
इस छलिया की दाल गल गयी,
मुरली वाला लूट ले गया,
मेरे दिल की पतग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया।।
अच्छा हुआ लूटके ले गया कन्हैया,
वर्ना लूटके ले जाती दुनिया,
इसे श्याम की शरण मिल गई,
मुरली वाला लूट ले गया,
मेरे दिल की पतग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया।।
मेरे दिल की पतंग कट गयी,
मुरली वाला लूट ले गया,
मुरली वाला लूट ले गया।।