अब के नवरात्रो में माँ मैं भी तेरे दर पे आऊं

अब के नवरात्रो में माँ मैं भी तेरे दर पे आऊं

 (मुखड़ा)
अब के नवरात्रों में माँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ,
तेरी पावन ज्योत जगाऊँ,
अब के नवरात्रों में माँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ।।

(अंतरा)
मेरी अर्जी सुनो महारानी,
माँ, तू है जगकल्याणी,
देवों ने यश है गाया,
तेरी महिमा वेद बखानी,
तेरी कृपा हो जाए माँ,
पौड़ी-पौड़ी चलकर आऊँ,
अब के नवरात्रों में माँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ।।

राजा अकबर भी मैया,
था नंगे पैरों आया,
तूने शीश झुकाकर उसका,
ध्यानु का मान बढ़ाया,
करके तेरी भक्ति माँ,
मैं भी ध्यानु सा यश पाऊँ,
अब के नवरात्रों में माँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ।।

इस बार के नवरात्रों में,
माँ, सुन ले मेरी अर्जी,
करता है विनती कुंदन,
आगे माँ, तेरी मर्जी,
अगले नवरात्रों में माँ,
मैं परिवार के संग में आऊँ,
अब के नवरात्रों में माँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ।।

(पुनरावृत्ति)
अब के नवरात्रों में माँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ,
तेरी पावन ज्योत जगाऊँ,
अब के नवरात्रों में माँ,
मैं भी तेरे दर पे आऊँ।।


नवरात्री स्पेशल भजन - अब के नवरात्रो में माँ में भी तेरे दर पे आऊं - Anjana Arya - Mata Bhajan
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