खेतारामजी रो मुकुंद घोड़ो घुंघरिया घमकावे
खेतारामजी रो मुकुंद घोड़ो, मुकुंद घोड़ो नवलखो, और मोतिया जड़ी रे लगाम, जीन पर विराजे खेताराम जी, मेवानगरी के धाम। खेतारामजी रो मुकुंद घोड़ो, घुंघरू घमकावे, दानो देवन सारू ओ दाता, मुकुंद ने बुलावे रे जद वो, रिमझिम करतो आवे, मुकुंद घुंघरू घमकावे। ब्रह्माजी रे मंदिर री, दाता रे मन में आवे, ब्रह्मा समाज सूं घनचंदो लेवन, गाँव-गाँव में जावे जद वो, टाइम पर पहुँचावे, मुकुंद घुंघरू घमकावे। दो हजार छत्तीस में जद, नदिया भारी आवे, गाँव गोलियां आशोतरा री, मुकुंद ऊपर चढ़ने दाता, गाँव री कार लगावे रे, मुकुंद घुंघरू घमकावे। गाँव री कार लगाया पाछे, नदिया उतर जावे, परजा ने उबारे ओ दाता, कोई पार ने पावे, दीपो आपरो भजन बनावे, प्रकाश माली गावे रे। खेतारामजी रो मुकुंद घोड़ो, घुंघरू घमकावे, दानो देवन सारू ओ दाता, मुकुंद ने बुलावे रे जद वो, रिमझिम करावे, मुकुंद घुंघरू घमकावे।
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Song : Khetaramji Ro Mukund Ghodo Album : kivrli hanumaji live 2018Singer : Shyam Paliwal श्यामपालीवाल
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Author - Saroj Jangir
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