चली मेरी मात भवानी रे माई सुनी लगे नगरीया

चली मेरी मात भवानी रे माई सुनी लगे नगरीया

(मुखड़ा)
चली मेरी मात भवानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया,
चली मेरी मात भवानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया।।

(अंतरा)
नौ दिन आई करन मेहमानी,
घर घर जगदंबा महारानी,
नैनन बरसे पानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया,
चली मेरी मात भवानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया।।

(अंतरा)
बात कहूं क्या अपने दिल की,
आज रुके ना रोके हिलकी,
ये गलियां लगे वीरानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया,
चली मेरी मात भवानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया।।

(अंतरा)
अपने रथ से उतर तुम आओ,
मैया कुछ दिन और रुक जाओ,
मगर मेरी बात ना मानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया,
चली मेरी मात भवानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया।।

(अंतरा)
अखियां भगतन की भर आई,
माई तोरी कैसे करूं विदाई,
कहे बेनाम कहानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया,
चली मेरी मात भवानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया।।

(पुनरावृत्ति)
चली मेरी मात भवानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया,
चली मेरी मात भवानी रे,
माई सुनी लगे नगरीया।।
 


चली मेरी मात भवानी रे | Kumari Setu Bhojak | माता रानी भजन | Sona Cassette
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