(मुखड़ा) शेरावाली मैया, एक काम कर दे, हाथ दया का मेरे सिर रख दे, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी।।
(अंतरा) शेरावाली माता, तुम ममता की खान हो, भरती भंडारे माँ, बड़ी दयावान हो, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, मुझ पे भी आँचल की छाँव कर दे, हाथ दया का मेरे सिर रख दे, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी।।
ध्यानु भी तेरे दर दौड़ा-दौड़ा आया, सच्ची भक्ति से मैया, तुमको मनाया, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, अपना दर्शन दे के जीवन धन्य कर दे, हाथ दया का मेरे सिर रख दे, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी।।
श्रीधर के घर भी कमी नहीं आई थी, तेरे नाम की मैया, सेवा जो ठाई थी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, वैसा ही भंडारा मेरे घर कर दे, हाथ दया का मेरे सिर रख दे, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी।।
करुणामयी माता, तेरा नाम रटूंगा, कहता है सुरेंद्र, सदा जागरण करूँगा, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, भक्तों में अपने मेरा नाम कर दे, हाथ दया का मेरे सिर रख दे, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी।।
(पुनरावृति) शेरावाली मैया, एक काम कर दे, हाथ दया का मेरे सिर रख दे, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी, जय माता दी।।
नवरात्री भजन || शेरोवाली मईया मेरा काम कर दो (SHEROWALI MAIYA MERA KAAM KAR DO) || Mata Bhajan यह भजन माँ शेरावाली की महिमा और भक्तों की आस्था को दर्शाता है। भक्त माँ से कृपा की प्रार्थना करते हैं, उनकी भक्ति में ध्यानु और श्रीधर की कहानियों का उल्लेख करते हैं। माँ के दया भरे हाथ से जीवन सुखमय होने की कामना की जाती है।