साई नाम का जग है दीवाना भजन
साई नाम का जग है दीवाना,
साई नाम का जग है दीवाना,
करता सबकी मुरादे है पूरी,
इसकी रहमत का देखा नजारा,
आस रहती ना कोई अधूरी,
साई नाम का जग है दीवाना,
साई नाम का जग है दीवाना,
सेवा कर ले तू सच्ची लगन से,
दूर हो जायेगें दुःख ये सारे,
सेवा कर ले तू सच्ची लगन से,
दूर हो जायेगें दुःख ये सारे,
दूर हो जायेगें दुःख ये सारे,
दर बदर क्यों भटकता है बन्दे,
दर बदर क्यों भटकता है बन्दे,
बोल क्या है तेरी मजबूरी,
साई नाम का जग है दीवाना,
साई नाम का जग है दीवाना,
अल्लाह मालिक कलम से लिखाया,
उसके दर से ये संदेसा आया,
उसके दर से ये संदेसा आया,
अल्लाह मालिक कलम से लिखाया,
उसके दर से ये संदेसा आया,
दम बदम हूँ उसी का दीवाना,
जिसके मन में है श्रद्धा सबुरी,
साई नाम का जग है दीवाना,
साई नाम का जग है दीवाना,
साई नाम का जग है दीवाना,
करता सबकी मुरादे है पूरी,
इसकी रहमत का देखा नजारा,
आस रहती ना कोई अधूरी,
साई नाम का जग है दीवाना,
साई नाम का जग है दीवाना,
सेवा कर ले तू सच्ची लगन से,
दूर हो जायेगें दुःख ये सारे,
सेवा कर ले तू सच्ची लगन से,
दूर हो जायेगें दुःख ये सारे,
दूर हो जायेगें दुःख ये सारे,
दर बदर क्यों भटकता है बन्दे,
दर बदर क्यों भटकता है बन्दे,
बोल क्या है तेरी मजबूरी,
साई नाम का जग है दीवाना,
साई नाम का जग है दीवाना,
अल्लाह मालिक कलम से लिखाया,
उसके दर से ये संदेसा आया,
उसके दर से ये संदेसा आया,
अल्लाह मालिक कलम से लिखाया,
उसके दर से ये संदेसा आया,
दम बदम हूँ उसी का दीवाना,
जिसके मन में है श्रद्धा सबुरी,
साई नाम का जग है दीवाना,
साई नाम का जग है दीवाना,
शब्दार्थ
भजन के अंत में कहा गया है कि जो व्यक्ति सच्ची श्रद्धा और धैर्य के साथ साईं बाबा की भक्ति करता है, वह उनके चरणों का दीवाना हो जाता है। साईं बाबा महाराष्ट्र के शिर्डी शहर में रहने वाले एक संत थे। उनकी भक्ति पूरे भारत में प्रचलित है। साईं बाबा को दयालु, कृपालु और सभी की समस्याओं का समाधान करने वाले संत के रूप में जाना जाता है। यह भजन साईं बाबा की भक्ति के लिए एक लोकप्रिय भजन है। यह भजन अक्सर शिर्डी में साईं बाबा के मंदिरों में गाया जाता है।
- जग - दुनिया
- दीवाना - पागल, प्रेमी
- करता - करता है
- मुरादे - इच्छाएँ
- पूरी - पूरी होती हैं
- रहमत - दया, कृपा
- नजारा - दृश्य
- आस - आशा
- अधूरी - अधूरी रह जाती है
- सेवा - भक्ति, पूजा
- लगन - निष्ठा
- दूर - दूर चले जाएँगे
- बन्दे - इंसान
- मजबूरी - मजबूरी
- अल्लाह - ईश्वर
- मालिक - स्वामी
- कलम - लिखने की वस्तु
- लिखाया - लिखा
- संदेसा - सूचना
- दम बदम - हर पल, हर समय
- श्रद्धा - विश्वास
- सबुरी - धैर्य
भजन के अंत में कहा गया है कि जो व्यक्ति सच्ची श्रद्धा और धैर्य के साथ साईं बाबा की भक्ति करता है, वह उनके चरणों का दीवाना हो जाता है। साईं बाबा महाराष्ट्र के शिर्डी शहर में रहने वाले एक संत थे। उनकी भक्ति पूरे भारत में प्रचलित है। साईं बाबा को दयालु, कृपालु और सभी की समस्याओं का समाधान करने वाले संत के रूप में जाना जाता है। यह भजन साईं बाबा की भक्ति के लिए एक लोकप्रिय भजन है। यह भजन अक्सर शिर्डी में साईं बाबा के मंदिरों में गाया जाता है।
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