परबति परबति में फिर्‌या हिंदी मीनिंग कबीर के दोहे

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परबति परबति में फिर्‌या, नैन गँवाये रोइ।
सो बूटी पाऊँ नहीं, जातें जीवनि होइ॥

Parbati Parbati Main Phiraya, Nain Ganvae Roi,
Sou Buti Pau nahi Jaate Jivani Hoi.
 
परबति परबति में फिर्‌या, नैन गँवाये रोइ। सो बूटी पाऊँ नहीं, जातें जीवनि होइ॥

कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ Kabir Doha Hindi Word Meaning

परबति परबति- पर्वत पर्वत।
में फिर्‌या- मैं घुमा/भटका।
नैन- नयन।
गँवाये- खो दिए।
रोइ- रोकर।
सो बूटी- वह जड़ी बूंटी/ओषधि।
पाऊँ नहीं- प्राप्त नहीं होती है।
जातें-जिससे।
जीवनि होइ-जीवन प्राप्त हो, जीवन मिले।

कबीर दोहा हिंदी मीनिंग Kabir Doha Hindi meaning.

विरह की अग्नि में जलती हुई जीवात्मा विरह अग्नि को शांत करने के लिए वह पर्वत पर्वत घूमता फिरा लेकिन उसे कहीं भी जीवन दायिनी बूँटी नहीं मिली। इश्वर की प्राप्ति में रो रोकर  उसकी आँखें भी चली गई हैं। भाव है की जीवात्मा विरह अग्नि में दग्ध हो रही है और इसे शांत करने के लिए स्थान स्थान पर भटकती हुई फिर रही है। 

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