(मुखड़ा) आओ माँ के द्वार हँसते-हँसते, कर लो नैया पार हँसते-हँसते, क्यों भटको हर बार तुम यूँ, रस्ते-रस्ते, कर लो नैया पार हँसते-हँसते।।
(अंतरा) नंगे पैरों चलके अकबर, तेरे दर आया, सर पे तेरे माँ, सोने का छत्र चढ़ाया, माँ ने कहा, सुनो गुणवान, हमने दिया तुम्हें वरदान, जाओ, होगी एक संतान, हँसते-हँसते, आओ माँ के द्वार हँसते-हँसते, कर लो नैया पार हँसते-हँसते।।
मैं भी दर पे आया तेरे, मेरी मैया भोली, अपनी ममता से, मेरी भी भर दो झोली, मैं तो सेवक, एक लाचार, तूने सबका किया उद्धार, मुझ पर भी करो उपकार, हँसते-हँसते, आओ माँ के द्वार हँसते-हँसते, कर लो नैया पार हँसते-हँसते।।
ऐसा होवे, मैया तेरी ज्योति का प्रकाश, ऐसा वर दो, मैया होवे सबका विकास, भक्तों की लगी है कतार, तुम्हें पूजे सब संसार, आनंद गाए हर बार, हँसते-हँसते, आओ माँ के द्वार हँसते-हँसते, कर लो नैया पार हँसते-हँसते।।
(पुनरावृति) आओ माँ के द्वार हँसते-हँसते, कर लो नैया पार हँसते-हँसते, क्यों भटको हर बार तुम यूँ, रस्ते-रस्ते, कर लो नैया पार हँसते-हँसते।।
Live Mata Rani Jagran bhakti Sangeet by Anand Raj Barman 6396273131