पितर चालीसा लिरिक्स Pitar chalisa
मात पिता को वंदना कर आद गणेश मनाओं,
सर पितरों को नमन कहे, पितर चालीसा गाओ,
पितर लोक में बसने वाले, पितरों को प्रणाम,
पितरों की जो पूजा करता, पुरन हो सब काम,
तीन अक्षरों से पितर बना, पी से पिंड, ता से तर्पण,
जो हर साल कराए,
रा से रवि श्रद्धा चरणों से, पितर लोक पहुँचाए,
विष्णु ने पितरों की महिमा,
अपने मुख से गाई,
वेदव्यास गरुड़ सूत जी,
सबको आन सुनाई,
नमो नमो श्री पितर देव,
जय पितर देव दयाला,
अपने वंशज ध्यान करो,
जीवन में उजियाला,
ॐ पितृभ्यो नमः का,
मन्त्र जो जन गाता,
तन मन रहता सदा निरोगी,
क्लेश सभी मिट जाता,
पितर हैं ब्रह्म समान,
कृपा हो जब पितरों की,
भरम सभी मिट जाए,
मृत्यु लोक को छोड़ के,
जो पितर लोक में रहते,
उन पितरों की सेवा करो,
ज्ञानी जन सब कहते,
पिंड दान और तर्पण कर,
जो पितरों को मनाते,
कारोबार व्यापार है बढ़ता,
सारी खुशियां पाते,
शुभ करम करने से पहले,
पितरों को करो याद,
विघ्न सभी टल जाते हैं,
जीवन हो आबाद,
श्रद्धा से जो श्राद्ध करे,
पितर प्रशन्न हो जाते,
एक वर्ष बाद पितर हैं,
जातक के घर आते,
जो पितरों को भूल जाए,
हो ना कभी कल्याण।