मैया ममतामई ये है करुणामई
सारे जग से निराली है मैया,
पार करती है भक्तों की नैया।
मैया ममतामई ये है करुणामई,
यशगान करे है पुरवैयां,
पार करती है भक्तों की नैया,
सारे जग से निराली है मैया,
पार करती है भक्तों की नैया।
नौ रूप धरे सबके संकट हरे,
नवरात्रों में सजती नगरीया,
पार करती है भक्तों की नैया,
सारे जग से निराली है मैया,
पार करती है भक्तों की नैया।
शारदे माँ तू ही कालिका माँ तू ही,
हर रूप में बनकर खिवैया,
पार करती है भक्तों की नैया,
सारे जग से निराली है मैया,
पार करती है भक्तों की नैया।
जो भी ध्यावे इसे जो मनावे इसे,
थाम लेती है उसकी ये बइयाँ,
पार करती है भक्तों की नैया,
सारे जग से निराली है मैया,
पार करती है भक्तों की नैया।
राजा गाये यही गुनगुनाये यही,
अपने आँचल की देकर के छइयां,
पार करती है भक्तों की नैया,
सारे जग से निराली है मैया,
पार करती है भक्तों की नैया।
सारे जग से निराली है मैया,
पार करती है भक्तों की नैया।
Mata Rani Bhajan lyrics in hindi