ऐसा श्याम हमारा भजन
श्याम श्याम श्याम श्याम,
श्याम श्याम श्याम श्याम।
हारों का एकमात्र सहारा,
दीनों का रखवाला,
निर्धन का धन निर्बल का बल,
पांडव कुल उजियारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा।
जग ठुकराये जिनको,
बाबा उनको गले लगाये,
जो भी दर हार के आये,
उसको श्याम जिताये,
ना जाने कितनी तकदीरों को,
है इसने संवारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा।
श्याम श्याम श्याम श्याम,
श्याम श्याम श्याम श्याम।
बिना नब्ज पकड़े ही बाबा,
रोग सही कर देता,
कलयुग का अवतारी दर पे,
मन चाहा वर देता,
पापी से भी पापी को,
दर पे है श्याम ने तारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा।
तू भी शरण में आजा प्यारे,
क्यों भटके बंजारा,
पाना है अगर श्याम प्रेम तो,
लगा एक जयकारा,
जय श्री श्याम कहा गोलू ने,
चमका आज सितारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा।
श्याम श्याम श्याम श्याम,
श्याम श्याम श्याम श्याम।
हारों का एकमात्र सहारा,
दीनों का रखवाला,
निर्धन का धन निर्बल का बल,
पांडव कुल उजियारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा,
ऐसा श्याम हमारा।