देश अपना भारत लिरिक्स Desh Apna Bharat Lyrics, Deshbhakti Song/Patriotic Song New
कही कल कल नदियां पुकारे,कही पर्वत करे है इशारे,
अपना प्रण है यहां फिज़ा में,
मिले लोग यहां सभी प्यारे,
कही कल कल नदियां पुकारे।
कोई उर्दू कहे कोई हिंदी,
कोई पंजाबी कोई सिंधी,
सूंदर संस्कृति है यहां की,
मिल जल रहते है सारे,
कही कल कल नदियां पुकारे।
कश्मीर से कन्याकुमारी,
यात्रा अनोखी हमारी,
करके भारत के दर्शन हुए,
धन्य ये भाग हमारे,
कही कल कल नदियां पुकारे।
कही कल कल नदियां पुकारे,
कही पर्वत करे है इशारे,
अपना प्रण है यहां फिज़ा में,
मिले लोग यहां सभी प्यारे,
कही कल कल नदियां पुकारे।
कही कल कल नदियां पुकारे,
कही पर्वत करे है इशारे,
अपना प्रण है यहां फिज़ा में,
मिले लोग यहां सभी प्यारे,
कही कल कल नदियां पुकारे।