गीता वेद पुराण यहा लिरिक्स Geeta Ved Puran Yaha Lyrics
भगवान तुम्हारी इस दुनियांं में,भक्तों की है शान,
गीता वेद पुराण यहां,
गीता वेद पुराण,
भगवान तुम्हारी इस दुनियां में,
भक्तों की है शान।
नर रूप नारायण बन कर,
रच डाला तूने गीता,
झूठे भ्रम शंशयअर्जुन का,
महाधर्म युद्ध जीता,
जय हो वेद पुराण की,
जय गीता रामायण की,
जय हो वेद पुराण की,
जय गीता रामायण की,
धर्म युद्ध की शुभ वेला मैं,
धर्म युद्ध की शुभ वेला मैं,
रखा भक्त का मान,
यहां गीता वेद पुराण,
यहां गीता वेद पुराण,
यहां गीता वेद पुराण,
यहां गीता वेद पुराण,
भगवान तुम्हारी इस दुनियां में,
भक्तों की है शान।
माया का भव जाल,
जाल में उलझा था संसार,
गीता रूप गंगा जल पीकर,
निर्मल हुआ संसार,
जय हो वेद पुराण की,
जय गीता रामायण की,
जय हो वेद पुराण की,
जय गीता रामायण की,
परम पिता तू सत्चित्यानन्द,
परम पिता तू सत्चित्यानन्द,
सर्व शक्तिमान,
यहां गीता वेद पुराण,
यहां गीता वेद पुराण,
यहां गीता वेद पुराण,
यहां गीता वेद पुराण,
भगवान तुम्हारी इस दुनियां में,
भक्तों की है शान।
रिद्धि सिद्धि के दाता प्रभु,
ॐ है शक्तिमान,
जन्म मरण का मर्म बताकर,
दिया मोक्ष का ज्ञान,
जय हो वेद पुराण की,
जय गीता रामायण की,
जय हो वेद पुराण की,
जय गीता रामायण की,
रिद्धि सिद्धि के दाता प्रभु,
ॐ है शक्तिमान,
जन्म मरण का मर्म बताकर,
दिया मोक्ष का ज्ञान,
परमाणु के इस दुनियांं में,
परमाणु के इस दुनियांं में,
गीता कवच समान,
गीता वेद पुराण यहां,
गीता वेद पुराण,
भगवान तुम्हारी इस दुनियां में,
भक्तों की है शान।
भगवान तुम्हारी इस दुनियांँ में,
भक्तों की है शान,
गीता वेद पुराण यहां,
गीता वेद पुराण,
भगवान तुम्हारी इस दुनियां में,
भक्तों की है शान।