कान्हाँ खोलो बदर की बार लिरिक्स
कान्हा खोलो बदर की बार
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आयी,
मैं दर्शन करने आई।
ससुरा को साथ में लाई
सासुल को साथ में लाई
इनका करना बेड़ा पार
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आयी,
मैं दर्शन करने आई।
जेठा को साथ में लाई
जितनी को साथ में लाई
इनको देना आशीर्वाद,
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आयी,
मैं दर्शन करने आई।
देवर को साथ में लाई
देवरानी साथ में लाई
इनकी गोदी मैं दो नंदलाल,
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आयी,
मैं दर्शन करने आई।
नंदुल को साथ में लाई
सखियां भी सारी आई
इनको घर वर दो घनश्याम
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आयी,
मैं दर्शन करने आई।
मैं आई सखियों को लाइ
कान्हा दर्शन दो एक बार.
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आयी,
मैं दर्शन करने आई।
कान्हाँ खोलो बदर की बार
मैं गीता सुनने आई,
मैं गीता सुनने आयी,
मैं दर्शन करने आई।
KAHNA KHOLO MANDIR KE DWAR MEIN GEETA PADNE AAY
►Song - Kanha Kholo Mandir Ke Kiwad Mein Geeta Padhne Aayi
►Artist - Siya
►Singer - Pratiksha
►Lyrics - Traditional
►Music - Naman Gujral
►Editing - Mayank
►Label - Bhajan Bhakti
►Copyright - Bhajan Bhakti
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं