माँ से बढकर कोई नहीं दूजा है नाम
माँ से बढकर कोई नहीं दूजा है नाम
माँ से बढकर कोई,नहीं दूजा है नाम,
सबसे सुंदर है,
माँ वैष्णव धाम,
जय जय जय माता,
जय जय जय माता।
हर एक दुखयारे का,
अर्ज यहां सुना जाता है,
रोते राते आता है और,
हंसते हंसते जाता है,
दरस जिसने पाये,
सफल हुये उसके काम,
माँ से बढकर कोई,
नहीं दूजा है नाम,
जय जय जय माता,
जय जय जय माता।
माँ तो माँ है उसका,
कोई विकल्प नहीं,
माँ की पूजा से बड़ा,
कोई संकल्प नहीं,
तू ही सरस्वती,
तेरे ही है लक्ष्मी,
काली नाम,
माँ से बढकर कोई,
नहीं दूजा है नाम,
सबसे सुंदर है,
माँ वैष्णव धाम,
जय जय जय माता,
जय जय जय माता।
माँ से बढकर कोई,
नहीं दूजा है नाम,
सबसे सुंदर है,
माँ वैष्णव धाम,
जय जय जय माता,
जय जय जय माता।
कैसे तेरे दर आऊँ , मेरी समझ कुछ न आये , babosa new bhjan