मुसाफिर जग में तूने डेरा खूब जमाया
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया,
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया।
पहली चिट्ठी आई,
तेरे बाल धौले हो लीये,
किया है कमाल तूने,
दिया ना जवाब रे,
मेहंदी का लिया सहारा,
संदेश गुरु का आया,
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया।
दूजी चिट्ठी आई,
तुझे दिखना बंद हो लिया,
किया है कमाल तूने,
दिया ना जवाब रे,
चश्मे का लिया सहारा,
संदेश गुरु का आया,
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया।
तीजी चिट्ठी आई,
तेरे दाढ़ दांत हिल लिये,
किया है कमाल तुने,
दिया ना जवाब रे,
हो दलिया का लिया सहारा,
संदेश गुरु का आया,
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया।
चौथी चिट्ठी आई,
तेरे गोडे ढीले हो लिये,
किया है कमाल तूने,
दिया ना जवाब रे,
हो लाठी का लिया सहारा,
संदेश गुरु का आया,
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया।
पांचवी चिट्ठी आई नहीं,
गुरु खुद ही आ लिये,
किया है कमाल तूने,
देखा नहीं सामने,
गुरुजी तुमने,
पहले नहीं बताया,
तुम बिना बताए चले आये,
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया।
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया,
मुसाफिर जग में बनकर आया,
तूने डेरा खूब जमाया,
यह घर तेरा नहीं बताया,
संदेश गुरु का आया। भजन श्रेणी : आध्यात्मिक भजन (Read More : Devotional Bhajan)भजन श्रेणी : विविध भजन/ सोंग हिंदी Bhajan/ Song Lyrics
मुसाफिर जग में तूने डेरा खूब जमायाMUSAFIR JAG MEIN BANKAR AYA TUNE DERA KHUB JAMAYA