सजी गई समाधी ज्योत जल सुबह शाम

सजी गई समाधी ज्योत जल सुबह शाम

सजी गई समाधि ज्योत जले सुबह शाम,
जरा जई ने देखो सिंगा जी को धाम।

सजी गई समाधि ज्योत जले सुबह शाम,
जरा जई ने देखो सिंगाजी को धाम,
होय भजन आरती गुरु जी का धाम,
जरा जई ने देखो सिंगा जी को धाम।

माता नर्मदा की महिमा अपार,
भवसागर का होय दर्शन साकार,
अदभुद नजारों जहा दूध तलय धाम,
जरा जई ने देखो सिंगा जी को धाम।

मंदिर समाधि की महिमा है न्यारी,
महादेव हरे सब विपदा हमारी,
हनुमत बैठीने ने जहां जपे राम नाम,
जरा जई ने देखो सिंगा जी को धाम।

शरद पूनम को लगे जहां मेलो,
गुरु शरण आए ओको पार होय बेड़ो,
स्वर्ग से सुंदर यो पिपलियों गांव,
जरा जई ने देखो सिंगा जी को धाम।

भजन श्रेणी : आध्यात्मिक भजन (Read More : Devotional Bhajan)

भजन श्रेणी : विविध भजन/ सोंग हिंदी Bhajan/ Song Lyrics


सिंगाजी निमाड़ी भजन || सजी गई समाधी ज्योत जल सुबह शाम || कान्हा महाराज दूध तलाई धाम सिंगाजी भजन

इस भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिए गए हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.

ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

अपने पसंद का भजन खोजे


Next Post Previous Post