जग से निराली है मेरी माॅं सबसे प्यारी है

जग से निराली है मेरी माॅं सबसे प्यारी है

(मुखड़ा)
जग से निराली है मेरी माँ,
सबसे प्यारी है,
मेरी माँ मगरोला वाली,
तेरी महिमा न्यारी है,
मेरी मैया झंडे वाली,
तेरी महिमा न्यारी है।।

(अंतरा)
अखंड ज्योत जलती है निशदिन,
माँ तेरे दरबार,
पल में संकट हर लेती जो,
आता तेरे द्वार,
भक्तों की बिगड़ी किस्मत तूने,
पल में संवारी है,
मेरी मैया झंडे वाली,
तेरी महिमा न्यारी है।।

प्राचीन समय से लगा हुआ है,
माँ का प्यारा धाम,
तेरी छत्रछाया में रहता है,
मगरोला धाम,
तेरी कृपा से आनंद करती है,
ये नगरी सारी है,
मेरी मैया झंडे वाली,
तेरी महिमा न्यारी है।।

नवरात्रि में माँ का प्यारा,
सजता है दरबार,
अलकनंदा शरण में आई,
विनती करो स्वीकार,
तेरी चौखट मैया मुझको सारे,
जग से प्यारी है,
मेरी मैया झंडे वाली,
तेरी महिमा न्यारी है।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
जग से निराली है मेरी माँ,
सबसे प्यारी है,
मेरी माँ मगरोला वाली,
तेरी महिमा न्यारी है,
मेरी मैया झंडे वाली,
तेरी महिमा न्यारी है।।
 


मेरी माॅं मगरोला वाली #AlaknandaDidi Navratri Special New Bhajan
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