चल दिया शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए

चल दिया शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए

चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए,
हाथ में गंगा जल घड़वा शिव को चढाने के लिए।

बैठ गया शिवलिंग के आगे, करने लगा अस्तुतीयाँ
हाथ जब ऊपर उठाया, घंटा बजाने के लिए,
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए,
हाथ में गंगा जल घड़वा शिव को चढाने के लिये।

देख कर सोने का घंटा, पाप मन में आ गया,
हो गया तैयार वह तो घंटा चुराने के लिए,
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए,
हाथ में गंगा जल घड़वा शिव को चढाने के लिये।

चढ़ गया शिवलिंग के ऊपर घंटा ले जाने के लिए,
हो गए प्रगट शंभू दर्शन दिखने के लिए,
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए,
हाथ में गंगा जल घड़वा शिव को चढाने के लिये।

जल चढाते हैं सभी मुझ को मानाने के लिए,
तू तो खुद ही चढ़ गया मुझ को रिझाने के लिए।
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए,
हाथ में गंगा जल घड़वा शिव को चढाने के लिये।

चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए,
हाथ में गंगा जल घड़वा शिव को चढाने के लिए।



चल दिया शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए | Chal Pada Shiv ka Pujari | शिव जी भजन | Rekha Singh

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