कमी नहीं कमी नहीं भजन

कमी नहीं कमी नहीं भजन

कमी नहीं कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में, कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं।

तेरी निग़ाह तो सब पर टिकती है,
पर टिकते कहीं पर हम ही नहीं,
कमी नहीं, कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं।

दो फूल प्यार के लेती हो,
और लाखों दुआएं देती हो,
जो तुझपे भरोसा कर जाते,
वो पत्थर भी तर जाते,
यहाँ पहरा तेरी रेहमत का,
वह ठहरती इक पल कहीं नहीं,
कमी नहीं, कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं।

दुःख हरनी हरती दुःख सब के,
तेरी दया ख़ुशी का प्रीत है,
जो जिसकी भावना ले जाये,
तेरी कब से भरी इक चीज है,
तेरी किरपा के झरनो की धारा,
बहती है युगो से कमी नहीं,
कमी नहीं, कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं।

जिस घर में निवास माँ तेरा,
नहीं इस सृष्टि में वो कण ही नहीं,
तेरे भक्ति की सच्ची दौलत पा,
पापी दुनिया में धन ही नहीं,
मेरा रोम रोम है तेरा माँ,
इस रोम में तू माँ रमी नहीं,
कमी नहीं, कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं।
कमी नहीं कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में, कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं,
माँ तेरे खजाने में कमी नहीं।




शुक्रवार Special देवी भजन कमी नहीं कमी नहीं Kami Nahin Kami Nahin I ANURADHA PAUDWAL I Devi Bhajan
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