मेरे महाकाल का दर है लिरिक्स Mere Mahakal Ka Dar Hai Lyrics
मेरे महाकाल का दर है लिरिक्स Mere Mahakal Ka Dar Hai Lyrics, Shiv Bhajan
लेते ही नाम भोले का,तूफान हट गया,
कश्ती पर मेरी आके,
समंदर सिमट गया,
ये तो महाकाल का दर है,
मेरे महाकाल का दर है।
महाकाल की कृपा से,
बतलाऊं क्या मिला,
मुझे बतलाऊं क्या मिला,
इज्जत मिली शोहरत मिली,
तेरा पता मिला,
ये तो महाकाल का दर है,
मेरे महाकाल का दर है।
जिस वक्त मैंने दोस्तों,
भोले को पुकारा,
फौरन ही मिल गया,
मुझे मुश्किल में सहारा,
जब से मैंने महाकाल,
तेरा रूप निहारा,
कस्ती को मेरी तुमने,
प्रभु पार उतारा,
ये तो महाकाल का दर है,
मेरे महाकाल का दर है।
मुझ जैसे को भी आपने,
दर पर बुला लिया,
दामन में महाकाल ने,
मुझको छुपा लिया,
मेरे प्रभु का मुझपे,
ये एहसान देखिये,
हाँ जी एहसान देखिये,
मेरे प्रभु का मुझपे,
ये एहसान देखिये,
मुझ जैसे को भी आपने,
अपना बना लिया,
ये तो महाकाल का दर है,
मेरे महाकाल का दर है।
और बाबा महाकाल के,
दरबार में दीवाना,
बाबा से कहता है क्या।
आपसे आपकी चौखट,
का सहारा लेकर,
क्या से क्या हो गया मैं,
नाम तुम्हारा लेकर,
लाज रख लो मेरी मैं,
आपका कहलाता हूं,
आपके दीवानों में,
बाबा गिना जाता हूं,
कोई भी दर नहीं,
संसार में इस दर जैसा,
मिल गया मुझको,
नसीबों से तेरा दर ऐसा,
चौखट मिली है जबसे,
मुझे तेरे नाम की,
इज्जत जहां में होने लगी,
इस गुलाम की।
ये तो महाकाल का दर है,
मेरे महाकाल का दर है,
ये तो महाकाल का दर है,
मेरे महाकाल का दर है।
लेते ही नाम भोले का,
तूफान हट गया,
कश्ती पर मेरी आके,
समंदर सिमट गया,
ये तो महाकाल का दर है,
मेरे महाकाल का दर है।