भर लाई गगरिया राम रस की लिरिक्स Bhar Layi Gagariya Lyrics
भर लाई गगरिया राम रस की लिरिक्स Bhar Layi Gagariya Lyrics
भर लाई गगरिया राम रस की,राम रस की रे हरि के रस की,
भर लाई गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।
ब्रह्मा ने पी ली विष्णु ने पी ली,
भोले बाबा ने पी ली लगाय चुस्की,
भर लाई गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।
राम जी ने पी ली लक्ष्मण ने पी ली,
भक्त हनुमत ने पी ली लगाय चुस्की
भर लाई गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।
साधुओं ने पी ली संतों ने पी ली,
मुनि नारद ने पी ली लगाय चुस्की,
भर लाई गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।
गोपियों ने पी ली सखियों ने पी ली,
सभी भक्तों ने पी ली लगाय चुस्की,
भर लाई गगरिया राम रस की,
राम रस की रे हरि के रस की।