राधारमण की नजरिया भजन

राधारमण की नजरिया भजन

चंदा के जैसी है,
सुन्दर सुरतिया,
झिलमिल सितारों सी,
चमके है बतिया,
नौका के जैसी है अंखिया,
राधारमण की नजरिया।

तेरा मुखडा़ मनोहर,
निहारूंगा हरदम,
तेरे अंगना में मुरली की,
बाजे है सरगम,
तेरे केशौं में जुगनू,
सजाऊंगा चमचम,
तेरी शरण हम तेरी शरण,
राधारमण मेरे राधारमण,
राधारमण राधारमण,
रख लेना चरणों की छैया,
राधारमण।

मेरे लालन के अंग अंग,
इत्र से भिगाऊँ,
अपने कर से ही,
नित नए भोग पवाऊँ,
आठों याम सेवा करके,
तुमको रिझाऊं,
तेरी शरण हम तेरी शरण,
राधारमण मेरे राधारमण,
राधारमण राधारमण,
लेलूं मैं तुम्हरी बलैया,
राधारमण।

तेरी पाग सजाऊँ,
मोर पंखी धराऊँ,
तेरे कमल से नैनों में,
कजरा लगाऊँ,
मन में बसाऊँ,
तुम्हें लाड लडा़ऊँ,
तेरी शरण हम तेरी शरण,
राधारमण मेरे राधारमण,
राधारमण राधारमण,
प्रशान्त हृदय मन बसिया।
 



राधारमण की नजरिया | Radharaman Ki Nazariya | BRAJ RASIK PRASHANT KRISHNA CHATURVEDI
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