खून की धारा बहती सूली से लिरिक्स Khun Ki Dhara Lyrics
खून की धारा बहती सूली से,जिसमें धुले मेरे सारे पाप।
खुदा का बेटा बचाने आया,
खुद को मिटाया मुझको बचाया।
मुर्दा था मैं मुझको जिलाया,
नया जीवन मैंने पाया।
खून की धारा बहती सूली से,
जिसमें धुले मेरे सारे पाप।
गुनाह के बोझ से तड़प रहा था,
येसु आया गले लगाया।
बंधन से मैं आजाद हुआ,
जीवन की हर खुशियाँ पाया।
खून की धारा बहती सूली से,
जिसमें धुले मेरे सारे पाप।
अपराधी था मैं मेरे खुदा का,
चुकाया दाम मेरे हर गुनाह का।
मिट गए मेरे गुनाह सारे,
बना पवित्र मैं लहू के सहारे।
खून की धारा बहती सूली से,
जिसमें धुले मेरे सारे पाप।
मेमना बना येसु मेरे खातिर,
हुआ कुर्बान सलीब पर आखिर।
मिला अधिकार खुदा का बेटा,
बन गया मैं उसका प्यारा।
खून की धारा बहती सूली से,
जिसमें धुले मेरे सारे पाप।