मैं तो मुरलीवाले का दिल से गुलाम

मैं तो मुरलीवाले का दिल से गुलाम

मैं तो मुरली वाले का,
दिल से गुलाम हो गया
मैंने भी अपना दिल ये,
श्याम के नाम कर दिया,
मैं तो मुरली वाले का,
दिल से गुलाम हो गया।

दर दर पे तू भटकता था,
कभी गिरता संभलता था,
तूने मुझको थाम लिया,
जब से श्याम का नाम लिया,
तेरे चरणों में मेरा ही,
मुकाम हो गया,
मैं तो मुरली वाले का,
दिल से गुलाम हो गया,
मैंने भी अपना दिल ये,
श्याम के नाम कर दिया,
मैं तो मुरली वाले का,
दिल से गुलाम हो गया।

तेरी मूरत प्यारी है,
जिसकी दुनिया दिवानी है,
मैं भी दर पे आऊंगा,
तेरा दर्शन पाउँगा,
तेरा दर्शन पाकर,
मेरा मन ये धन्य हुआ,
मैं तो मुरली वाले का,
दिल से गुलाम हो गया,
मैंने भी अपना दिल ये,
श्याम के नाम कर दिया,
मैं तो मुरली वाले का,
दिल से गुलाम हो गया।
 


मैं तो मुरली वाले का दिल से गुलाम हो गया/श्री लखन रघुवंशी/Mai To Murli Wale Ka/Hindi Bhajan

Next Post Previous Post