कलयुग के देव लिरिक्स Kalyug Ke Dev Lyrics
कलयुग के देव लिरिक्स Kalyug Ke Dev Lyrics
जिन्हें संकट मोचन कहते,जो सबके संकट टाले,
कलयुग के देव निराले,
मेरे बाबा सोटे वाले,
मेरे बाबा सोटे वाले,
वो लाल लंगोटे वाले,
करते हैं खेल निराले,
कलयुग के देव निराले,
मेरे बाबा सोटे वाले।
राम भक्त अतुलित बल वाले,
अंजनी पुत्र पवन सुत प्यारे,
बल बुद्धि विद्या के सागर,
सब भक्तों के रखवाले,
कलयुग के देव निराले,
मेरे बाबा सोटे वाले।
मूर्छित हो गए लक्ष्मण जी जब,
सुध बुध भूले राम प्रभु तब,
संजीवन बूटी लाकर ये ही,
प्राण बचाने वाले
कलयुग के देव निराले,
मेरे बाबा सोटे वाले।
राम लखन जब थे घबराए,
सीता मां का पता ना पाए,
तब गढ़ लंका में घुसकर,
यही पता लगाने वाले,
कलयुग के देव निराले,
मेरे बाबा सोटे वाले।
परमवीर पर भाव सरल है,
जिनके आगे सब संभव है,
जो सारे जगत को तारे,
उस राम के काज सवारे,
कलयुग के देव निराले,
मेरे बाबा सोटे वाले।
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