मेरे महाकाल की नजरो में जो भक्त उतर जाता है लिरिक्स Mere Mahakal Ki Najaro Lyrics
मेरे महाकाल की नजरो में जो भक्त उतर जाता है लिरिक्स Mere Mahakal Ki Najaro Lyrics
मेरे महाकाल की नजरो में,जो भक्त उतर जाता है,
कितना भी गहरा सागर हो,
पार उतर जाता है,
डूबती हुई कश्ती भी,
पार हो जाये,
नज़र महाकाल की,
एक बार जो हो जाए।
मेरे महाकाल की तो,
बात ही निराली है,
किया उद्धार उनका,
जिनपे नज़र डाली है,
मेरे त्रिकाल का,
आधार जो हो जाए,
नज़र महाकाल की,
एक बार जो हो जाए।
जो भक्त बस गए,
महाकाल की निगाहों में,
बिछाता फूल,
महाकाल उनकी राहों में,
चाहे जग में,
दुश्मन हजार हो जाए,
नज़र महाकाल की,
एक बार जो हो जाए।
भक्ति और भाव से जो,
भोले का गुणगान करें,
कल्याणकारी बाबा,
भक्तो का कल्याण करें,
जिंदगी का सपना,
साकार हो जाए,
नज़र महाकाल की,
एक बार जो हो जाए।
यहां कुछ अन्य कारण दिए गए हैं कि शिव को महाकाल क्यों कहा जाता है:
- शिव का स्वरूप भयंकर है, जो काल के स्वरूप को दर्शाता है।
- शिव का निवास स्थान कैलाश पर्वत है, जो हिमालय की श्रृंखलाओं में स्थित है। हिमालय को "काल" का निवास स्थान माना जाता है।
- शिव का वाहन नंदी बैल है, जिसे "काल" का प्रतीक माना जाता है।
उज्जैन नगरी को महाकाल नगरी क्यों कहा जाता है, इसके कुछ अन्य कारणों में शामिल हैं:
- उज्जैन नगरी को "काल भैरव" की नगरी माना जाता है। काल भैरव भगवान शिव का एक रूप हैं, जो काल के देवता हैं।
- उज्जैन नगरी को "ज्योतिर्लिंगों का केंद्र" माना जाता है। यहां महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के अलावा, अन्य 11 ज्योतिर्लिंगों के भी मंदिर हैं।
- उज्जैन नगरी को "काल का अंत" माना जाता है। यहां भगवान शिव ने काल को पराजित किया था।