मोहन को मुरलिया प्यारी है
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
ये मुरली जान हमारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं।।
सुख दे खुद आप तरसती है,
बेबस हो आहे भरती है,
ये दिलबर पे दिल हारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं।।
अराध्य को अधरों पे धर के,
सुख पाऊँ चरण सेवा करके,
क्या समझे लोग अनाड़ी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं।।
मर्यादा कभी ना तजती है,
दुख सहकर स्वर में बजती है,
तुम कहती सौतन हमारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं।।
जब राधा को अहसास हुआ,
निज प्रीतम पर विश्वास हुआ,
रोई तन दशा बिसारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं।
तब राधा ने आंखें खोली,
कर जोर किशन से यूँ बोली,
अपराधिन भानु दुलारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं।
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
ये मुरली जान हमारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं,
मोहन को मुरलिया प्यारी है,
मुरली से प्यारा कोई नहीं।
Mohan Ko Muraliya Pyaari Hai || Surbhi Chaturvedi || मोहन को मुरलिया || New Krishna Ji Bhajan 2023
"Mohan ko murliya pyaari hai,
Murli se pyaara koi nahi,
Ye murli jaan humari hai,
Murli se pyaara koi nahi,
Mohan ko murliya pyaari hai,
Murli se pyaara koi nahi.