यूं ही नहीं झुकती दुनिया लिरिक्स
ऊंचे ऊंचे पर्वत पे,
मेरी माता का निवास,
जब भी था मैं अकेला,
मां पाया तुमको पास,
मां पाया तुमको पास।
यूं ही नहीं झुकती दुनिया,
तेरे दर पर शेरावाली मां,
यूं ही नहीं झुकती दुनिया,
तेरे दर पर शेरावाली मां,
तकदीर बनाती हो तुम ही,
तस्वीर बदलना तेरे हाथ,
तकदीर बनाती हो तुम ही,
तस्वीर बदलना तेरे हाथ।
दर्द मिले दुनिया से मुझको हजारों,
ममता तेरी ये माता मेरी दवाई है,
जीवन में मैंने जो किस्मत से पाई है,
ममता तेरी ये माता मेरी कमाई है।
इस जगत की पालनहार है मां,
मेरी भक्ति का आधार है मां,
तेरी आंचल में गुजरा जीवन,
तू ही मेरा संसार है मां।
यूं ही नहीं झुकती दुनिया,
तेरे दर पर शेरावाली मां,
यूं ही नहीं झुकती दुनिया,
तेरे दर पर शेरावाली मां,
तकदीर बनाती हो तुम ही,
तस्वीर बदलना तेरे हाथ।
सूखी डाली खिल जाती है,
सावन के आ जाने से,
भटका राही संभल है जाता,
चरण तेरे गिर जाने से।
कष्ट मेरे हर लो तुम माता,
अंधियारे को मिटा देना,
जब भी पुकारू दिल से तुम्हें,
तारों सा उजागर कर देना।
भीड़ लगी थी हजारों की,
अनजान सा वन में भटक रहा,
तेरे दर्श के खातिर मां,
मेरा ये जीवन तड़प रहा।
यूं ही नहीं झुकती दुनिया,
तेरे दर पर शेरावाली मां,
यूं ही नहीं झुकती दुनिया,
तेरे दर पर शेरावाली मां,
तकदीर बनाती हो तुम ही,
तस्वीर बदलना तेरे हाथ।
Ricky Sharma | Mata Rani | Parivesh Singh | Mata Rani Bhajans | Navratri Songs | Loop Beats Bhakti