मेरी गौरा मेरी दुर्गे मेरा उद्धार कर दो
मेरी गौरा मेरी दुर्गे,
मेरा उद्धार कर दो,
मैं सुहागन मैं सुहागन रहूं,
उम्र भर के लिये।
मेरे माथे की बिंदिया,
चमकती रहे,
मैं सिंदूर मैं सिंदूर लगाऊं,
उम्र भर के लिये।
मेरे गले का हरवा/कुंडल,
नथनी चमकता रहे,
मैं लाली मैं लाली लगाऊं,
उम्र भर के लिये।
मेरे हाथों की चूड़ी,
कंगना चमकती रहे,
मैं महेन्दी मैं मेहंदी लगाऊं,
उम्र भर के लिये।
मेरे पैरों के बिछिये,
चमकते रहे,
मैं तो महावर,
मैं महावर लगाऊं,
उम्र भर के लिये।
मेरे अंगो की साड़ी,
चमकती रहे,
मैं तो चूनर मैं चूनर,
ओढूं उम्र भर के लिये।
मेरी गौरा मेरी दुर्गे,
मेरा उद्धार कर दो,
मैं सुहागन मैं सुहागन रहूं,
उम्र भर के लिये।
KARWACHAUTH SPECIAL || करवाचौथ गीत || meri gaura,meri durge|| dholak geet|| with lyrics || सुहाग गीत
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।