माँ का नाम आधार जगत का वेदों का है सार
जय माँ जय माँ,
जय माँ जय जय माँ,
जय जय माँ जय जय माँ,
जय जय माँ जय जय माँ।
माँ का नाम आधार जगत का,
वेदों का है सार,
माँ के नाम में श्रृष्टि का है,
पावन तत्व साकार,
हर प्राणी को मिला है अद्भुत,
प्यारा सा उपहार,
नाम ये सबसे पावन बंदे,
यही है तारनहार।
माँ के नाम में जीवन का है,
सारा सार समाया,
माँ ने ही तो इस गुलशन में,
हर इक फूल खिलाया,
सबसे पावन इसी शब्द में,
ईश्वर है साकार,
नाम ये सबसे पावन बंदे,
यही है तारनहार।
ध्यानू जी ने जीवन में बस,
माँ का ध्यान लगाया,
जन मानस में माँ के नाम को,
घर घर तक पहुंचाया,
जगरातों में ध्यानू जी ने,
यही किया प्रचार,
नाम ये सबसे पावन बंदे,
यही है तारनहार।
बाबा श्रीधर माँ की लगन में,
हर पल खोए रहते,
जय माँ जय माँ कहते रहते,
और वो कुछ ना कहते,
इसी मार्ग पे चल कर के तू,
हो जा भव से पार,
नाम ये सबसे पावन बंदे,
यही है तारनहार।
परमहंस जी ने तो इसको,
महामंत्र बतलाया,
माँ के नाम का सुमिरन करके,
महाकाली को मनाया,
कहा उन्होंने इसी नाम से,
हो सकता उद्धार,
नाम ये सबसे पावन बंदे,
यही है तारनहार।
MAA NAAM AADHAR JAGAT KA VEDON KA HAI SAAR (BY-MANINDER JI) MAA VAISHNO DARBAAR ATTKA AARTI 4/3/24PM
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