सावन की बरसे बदरिया लिरिक्स
सावन की बरसे बदरिया,
शिव के भीगे कांवड़िया,
सावन की बरसे बदरिया,
शिव के भीगे कांवड़िया।
नीलकंठ में शिव जी का डेरा,
कैसे चढ़ूं मैं पैर फिसल है मेरा,
ऊंची नीची है ये डगरिया,
भीगे सारे कांवड़िया,
सावन की बरसे बदरिया,
शिव के भीगे कांवड़िया।
छाई हरियाली,
झूमे अंबवा की डाली,
हो के मतवाली,
कूके कोयलिया काली,
चम चम चमके,
अंबर में बिजुरिया,
भीगे सारे कांवड़िया,
सावन की बरसे बदरिया,
शिव के भीगे कांवड़िया।
काले काले बादल,
भर भर के हैं आए,
गंगाजल से,
शिवलिंग नहलाये,
भक्तों पे भोले की नजरिया,
भीगे सारे कांवड़िया,
सावन की बरसे बदरिया,
शिव के भीगे कांवड़िया।
सावन की बरसे बदरिया शिव के भीगे कावड़िया - सावन भजन | Sawan Bhajan | Shiv Bhajan (Singer - Payal)
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■ Title ▹ Sawan Ki Barse Badariya Shiv Ke Bheege Kawadiya
■ Artist ▹ Ishita Urf Bihu
■ Singer ▹ Payal
■ Music ▹ Kuldeep Mali Aala
■ Keyboard Player ▹ Sachin Kamal
■ Lyrics & Composer ▹Traditional
■ Editing ▹ Surender Ranga
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