मैं तो चाली मैं तो चाली श्याम की नगरिया

मैं तो चाली मैं तो चाली श्याम की नगरिया

मैं तो चाली मैं तो चाली,
श्याम की नगरिया,
प्यारी लागे प्यारी लागे,
बाबा की दुअरिया,
मैं तो हुई श्याम की दीवानी,
जाऊंगी खाटू धाम,
बाबा का लेकर नाम।

सासु रोके ससुरा रोके,
रोके चाहे जेठ जी,
बाबा का बुलावा आयो,
करूं नहीं वेट जी,
श्याम की दीवानी हुई,
श्याम की दीवानी।

चालेगी या मेरी मनमानी,
जाऊंगी खाटू धाम,
बाबा का लेके नाम,
मैं तो हुई शाम की दीवानी,
जाऊंगी खाटू धाम,
बाबा का लेकर नाम।

टाबर टिकर भेला हो गया,
श्याम धणी के जाबां ने,
पप्पू शर्मा सागे होले,
भजन श्याम का गाबा ने,
फागणिया में धूम है मचानी,
जाऊंगी खाटू धाम,
बाबा का लेके नाम।

मैं तो चाली मैं तो चाली,
श्याम की नगरिया,
प्यारी लागे प्यारी लागे,
बाबा की दुअरिया,
मैं तो हुई श्याम की दीवानी,
जाऊंगी खाटू धाम,
बाबा का लेकर नाम।

खाटू श्याम जी की महिमा अपरंपार है। वे सच्चे भक्तों को कभी निराश नहीं करते और हर दुख को हर लेते हैं। किसी संकट में या कोई मनोकामना पूरी करना चाहते हैं तो बस एक बार सच्चे मन से "जय श्री श्याम" का जाप करें, बाबा श्याम आपकी हर समस्या का समाधान कर देंगे। जय श्री श्याम, श्याम तेरी महिमा अपरंपार। हारे का सहारा, बाबा श्याम हमारा।


फागुन मेला स्पेशल - मैं तो चाली श्याम की नगरिया - राजस्थानी भजन - Pappu Sharma Khatu Wale

श्री कृष्ण को 'श्याम' इसलिए कहा जाता है क्योंकि उनका रंग गहरा और श्यामल (काला या नीला) है। 'श्याम' शब्द का अर्थ होता है गहरा, काला या नीला रंग, जो उनकी सुंदरता और दिव्यता को दर्शाता है। श्री कृष्ण का रंग बादलों की तरह गहरा और मनमोहक है, जिसके कारण उन्हें यह नाम दिया गया। श्री खाटू श्याम जी की नगरी पाप दूर कर श्याम जी की कृपा प्रदान करती है।

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