श्याम धनि तेरी सांवरी सूरत लागे सै घणी ये प्यारी
श्याम धनि तेरी सांवरी सूरत लागे सै घणी ये प्यारी
श्याम धनि तेरी सांवरी सूरतलागे सै घणी ये प्यारी
मैं तो जाऊं बलिहारी
मोर मुकुट तेरे सर पे सोहे
इसकी निराली शान है
अधरों पे मुरली साजे तेरे
मनमोहक मुस्कान है
काली कजरारी अँखियों ते
करते तुम जादूगरी
मैं तो जाऊं बलिहारी
देखूं जो तेरी सांवरी सूरत
मन पागल हो ज्या मेरा
कलकत्ते के फूला ते बाबा
होव सै सिंगार तेरा
चन्द्रम तै प्यारी लागे
भगतां ने सूरत थारी
मैं तो जाऊं बलिहारी
मोरछड़ी तन्ने प्यारी लागे
रखता हर दम साथ में
भगतां के सब संकट काटे
लहरावे जब हाथ में
श्याम धनि तेरी मोरछड़ी की
महिमा घणी ऐ सै प्यारी
मैं तो जाऊं बलिहारी
हारे का तू साथ निभावे
खाटू वाले शीमा धनी
सांवरिया तेरे नाम से ही तो
म्हारी या पहचान बनी
योगेश मुकेश भी सच्चे मन से
महिमा गावै सै थारी
मैं तो जाऊं बलिहारी
भक्तों के हर दुःख दर्द दूर करते हैं श्री खाटू श्याम जी : श्री श्याम बाबा को खाटू नरेश भी कहा जाता है और अपने भक्तों के हर दुःख दर्द दूर करते हैं। श्री श्याम बाबा सीकर जिले के खाटू नगर में विराजमान है। श्री खाटू श्याम बाबा को श्री कृष्ण जी से आशीर्वाद प्राप्त था की वे कलयुग में कृष्ण जी के अवतार के रूप में पूजे जाएंगे और इनकी शरण में आने वाले की हर पीड़ा को स्वंय भगवान् श्री कृष्ण हर लेंगे। श्री खाटू श्याम जी के मुख मंदिर के अलावा दर्शनीय स्थलों में श्री श्याम कुंड और श्याम बगीची भी हैं जो मंदिर परिसर के पास में ही स्थित हैं।