झुलेलाल की आरती

झुलेलाल की आरती

ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा |
पूजा कनि था प्रेमी, सिदुक रखी सेवा ||
ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा
तुहिंजे दर दे केई सजण अचनि सवाली |
दान वठन सभु दिलि सां कोन दिठुभ खाली ||
ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा
अंधड़नि खे दिनव अखडियूँ - दुखियनि खे दारुं |
पाए मन जूं मुरादूं सेवक कनि थारू ||
ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा
फल फूलमेवा सब्जिऊ पोखनि मंझि पचिन |
तुहिजे महिर मयासा अन्न बि आपर अपार थियनी ||
ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा
ज्योति जगे थी जगु में लाल तुहिंजी लाली |
अमरलाल अचु मूं वटी हे विश्व संदा वाली ||
ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा
जगु जा जीव सभेई पाणिअ बिन प्यासा|
जेठानंद आनंद कर, पूरन करियो आशा || 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post