सारे जग से हार कर मैं तेरी शरण में आया

सारे जग से हार कर मैं तेरी शरण में आया

 
सारे जग से हार कर मैं तेरी शरण में आया लिरिक्स

सारे जग से हार कर मैं तेरी शरण में आया,
मैं हूँ शरण में तेरी तू दे अब सहारा,

किस्मत का मारा हूँ साँवरे भकत से हारा हूँ साँवरे,
अच्छा किया या बुरा किया हासिल हुआ न कुछ साँवरे,
मझधार में फंसा हूँ दिखला मुझे किनारा,
सारे जग से हार कर मैं तेरी शरण में आया,

आंसू नहीं ये मेरा दर्द है मैंने सुना तू हमदर्द है,
मैं भी तो बालक तेरा ही हूँ मेरा दर्द भी तो तेरा दर्द है,
तो भी नहीं सुनेगा तो बता कौन है हमारा,
सारे जग से हार कर मैं तेरी शरण में आया,

दिल की सुना दी मैंने तुझे किरपा दो अपनी बाबा मुझे,
ऐसी मेहर अब कर दो प्रभु हरष निवाल ना भूले तुझे,
मेरी अर्जी तेरी मर्जी तेरे चरणों में सिर हमारा,
सारे जग से हार कर मैं तेरी शरण में आया,
 

मैं हूँ शरण में तेरी | खाटू श्याम भजन | Main Hoon Sharan Mein Teri | by Harsh Nivaan | Audio
 
किस्मत की मार झेलकर, हर कोशिश के बाद खाली हाथ रहने पर, मन टूट सा जाता है। लेकिन फिर भी एक आस बंधती है कि श्रीकृष्णजी की शरण में राह मिलेगी। जब जिंदगी बीच भंवर में फंस जाए, और कोई रास्ता न दिखे, तो बस वही है जो किनारा दिखाता है। दुनिया के ठोकरों से थककर, उसकी चौखट पर सिर रखने से सुकून मिलता है। आंसुओं में छिपा दर्द सिर्फ वही समझता है। वो ऐसा हमदर्द है, जो अपने बच्चे का हर दुख अपने जैसा मानता है। अगर वो न सुने, तो फिर कौन सुनेगा? दिल की हर बात, हर पुकार उसी के सामने रखी जाती है। उसकी मेहर की एक किरण ही मन को इतना हल्का कर देती है कि उसका नाम कभी भूलता नहीं।
 
Song: Main Hoon Sharan Mein Teri
Singer & Writer: Harsh Nivaan 
Music: R.P. Singh
Category: Hindi Devotional ( Shyam Bhajan)
Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur
 
Next Post Previous Post