इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के लिरिक्स

इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के

 
इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के Insaaf Ki Dagar Pe Bachchon Dikhao Chal Ke Lyrics

इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के,
ये देश है तुम्हारा नेता तुम्हीं हो कल के

दुनिया के रंज सहना और कुछ न मुँह से कहना,
सच्चाइयों के बल पे आगे को बढ़ते रहना

रख दोगे एक दिन तुम संसार को बदल के,
इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के,
ये देश है तुम्हारा नेता तुम्हीं हो कल के

अपने हों या पराए सबके लिये हो न्याय,
देखो कदम तुम्हारा हरगिज़ न डगमगाए,
रस्ते बड़े कठिन हैं चलना सम्भल-सम्भल के

इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के,
ये देश है तुम्हारा नेता तुम्हीं हो कल के

इन्सानियत के सर पर इज़्ज़त का ताज रखना
तन मन भी भेंट देकर भारत की लाज रखना

जीवन नया मिलेगा अंतिम चिता में जल के,
इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के,
ये देश है तुम्हारा नेता तुम्हीं हो कल के,
 

इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के लिरिक्स Insaf Ki Dagar Pe Lyrics

देशभक्ति गीत से अभिप्राय : देशभक्ति गीत किसी देश की अस्मिता होते हैं जिन के माध्यम से राष्ट्र को सर्वोपरि स्थान दिया जाता है। इन गीतों की प्रमुखता होती है की इनमे राष्ट्र रस और देशभक्ति की भावना जाग्रत करने के लिए रचा जाता है। राष्ट्रिय पर्व, राजनैतिक कारकर्मों, अन्यदेशों में देश का प्रतिनिधित्व जैसे ओलम्पिक गेम्स और अन्य खेल प्रतियोगिताओ में इसे बजाया जाता है ये राष्ट्र गान के बाद बजाया जाता है। कवी प्रदीप, सुमित्रानंदन पंत, गिरिजाकुमार माथुर के देशभक्ति गीत काफी प्रचलित हैं। स्वतंत्रता आंदोलन के समय से ही  देशभक्ति गीत और कविताओं ने लोगों में जोश भरा है। 
 
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