मेरी सुनले करुण पुकार ओ शीश के दानी लिरिक्स Meri Sun Le Meri Pukaar Lyrics


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मेरी सुनले करुण पुकार ओ शीश के दानी लिरिक्स Meri Sun Le Meri Pukaar Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Saurabh Madhukar

मेरी सुनले करुण पुकार,
ओ शीश के दानी,
ये हैं अंसुवन की धार,
ना समझ तू पानी,
मेरी सुनले करुण पुकार,
ओ शीश के दानी ।

जितने बहेंगे आंसू तेरे लिए सांवरे,
कर्ज चढ़ेगा तुझपे उतना ही जानले,
कीमत हर आंसू की पड़ती है चुकानी,
मेरी सुनले करुण पुकार,
ओ शीश के दानी ।

यहां भीगे पलके मेरी वहाँ मुस्कुराये तू ,
भगतों के दिल को बाबा और क्यूँ जलाये तू ,
क्या इसी को कहते हैं प्रभु प्रीत निभानी,
मेरी सुनले करुण पुकार,
ओ शीश के दानी ।

माना के ये आंसू सोनू होते बेजुबान हैं,
लेकिन ये हाल दिल का करते बयान हैं,
पत्थर को गला देता ये खारा पानी,
मेरी सुनले करुण पुकार,
ओ शीश के दानी ।

मेरी सुनले करुण पुकार,
ओ शीश के दानी,
ये हैं अंसुवन की धार,
ना समझ तू पानी,
मेरी सुनले करुण पुकार,
ओ शीश के दानी ।



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