लिरिक्स महामृत्युंजय मंत्र लिरिक्स Mahamrityunjay Mantra Lyrics
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्
Mahamrityunjaya Mantra Original Anuradha Paudwal with Subtitles & Meaning
Composer: Pankaj Bhatt
Album:Gayatri Mantra & Mahamrityunjay Mantra Jaap Mala
Artist: Swati Parmar
Producer: Bhushan Kumar
Music Label: T-Series
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
- दूर उस आकाश की गहराइयों में लिरिक्स Door Us Aakash Ki Gaharaiyon Me Lyrics
- हर हर बोले प्रयाग के वाशी भजन लिरिक्स Har Har Bole Prayag Ke Vashi Bhajan Lyrics
- मौजा लाइयाँ भोळे ने लिरिक्स Mouja Laiyaan Bhole Ne Lyrics
- तू है जटाधारी, त्रिशूल भुजाधारी लिरिक्स Tu Hai Jatadhari Trishool Bhujadhari Lyrics
- शीश गंग अर्धंग पार्वती सदा विराजत कैलासी लिरिक्स Sheesh Gang Adharg Parvati Lyrics
- काशी का विश्वेश्वर है लिरिक्स Kashi Ka Vishweshwar Lyrics
जानकीनाथ सहाय करे, तब कौन बिगाड़ करै नर तेरो ॥ टेर॥
सूरज, मंगल, सोम, भृगुसुत, बुध और गुरु वरदायक तेरो ।
राहु केतु की नाँहि गम्यता, तुला शनीचर होय है चेरो ॥१॥
दुष्ट दुशासन निबल द्रौपदि, चीर उतारण मन्त्र विचारो ।
जाकी सहाय करी यदुनन्दन, बढ़ गयो चीरको भाग घनेरो ॥२॥
गर्भकाल परीक्षित राख्यो, अश्वत्थामाको अस्त्र निवार् यो ।
भारत में भरुही के अंडा, तापर गज को घंटो गेर् यो ॥३॥
जिनकी सहाय करे करुणानिधि, उनको जगमें भाग्य घनेरो ।
रघुवंशी संतन सुखदायी, तुलसीदास चरणों को चेरो
जानकीनाथ सहाय करे, तब कौन बिगाड़ करै नर तेरो ॥ टेर॥
सूरज, मंगल, सोम, भृगुसुत, बुध और गुरु वरदायक तेरो ।
राहु केतु की नाँहि गम्यता, तुला शनीचर होय है चेरो ॥१॥
दुष्ट दुशासन निबल द्रौपदि, चीर उतारण मन्त्र विचारो ।
जाकी सहाय करी यदुनन्दन, बढ़ गयो चीरको भाग घनेरो ॥२॥
गर्भकाल परीक्षित राख्यो, अश्वत्थामाको अस्त्र निवार् यो ।
भारत में भरुही के अंडा, तापर गज को घंटो गेर् यो ॥३॥
जिनकी सहाय करे करुणानिधि, उनको जगमें भाग्य घनेरो ।
रघुवंशी संतन सुखदायी, तुलसीदास चरणों को चेरो