आ गए दर तेरे हम तो माँ शारदे भजन
आ गए दर तेरे हम तो माँ शारदे भजन
नैया तेरे हवाले है माँ शारदे।
बहुत लंबी तुम्हारे है, दर की डगर,
कैसे आऊँ मुझे कुछ ना आए नज़र,
नज़र आता कहीं ना किनारा मुझे,
कैसे पाऊँ ओ मैया, बताओ तुम्हें।
ठोकरें मैं बहुत खा चुका शारदे,
नैया तेरे हवाले है माँ शारदे।।
मैं भी गृहस्थी, अड़चन बहुत है ओ माँ,
कैसे ध्यान करूँ, कैसे नाम जपूँ,
अव्यवस्थाओं से भी घिरा हूँ ओ माँ,
कैसे सेवा करूँ, कैसे पूजा करूँ।
बहुत थोड़ा बचा ये जनम शारदे,
नैया तेरे हवाले है माँ शारदे।।
तुम तो भक्तों की हरदम सहायक हो माँ,
एक नज़र मुझपे भी दया की करो,
तेरा बालक तेरे दर पे आया हूँ माँ,
मेरे सिर पर भी ममता का साया करो।
तेरी भक्ति मुझे भी मिले शारदे,
नैया तेरे हवाले है माँ शारदे।।
आ गए दर तेरे हम तो माँ शारदे,
नैया तेरे हवाले है माँ शारदे।।
ओ मैया हम तो है बालक तेरे माँ शारदे माँ शारदे || Superhit Navratri Bhajan {HD Video} नवरात्रि भजन
जीवन की राह में जब कदम डगमगाते हैं और किनारा दिखाई नहीं देता, तब माँ शारदे का दर वह आश्रय बनता है जहाँ हर ठोकर खाया मन सुकून पाता है। गृहस्थी की उलझनों में फँसा मन जब पूजा-पाठ से दूर होता है, तब भी माँ की ममता उसे बुलाती है। जैसे कोई बालक माँ की गोद में अपनी व्यथा कहता है, वही भाव इस पुकार में है—माँ, मेरी नैया तुम्हारे हवाले है।
संत की तरह विश्वास करो, माँ शारदे भक्तों की हर पुकार सुनती है। चिंतक की भाँति सोचो, जब जीवन की अव्यवस्था घेर ले, तब माँ का स्मरण ही वह दीया है जो राह दिखाता है। धर्मगुरु की सीख लो—सच्चे हृदय से माँ को पुकारो, उनकी एक दृष्टि ही दुखों का अंत कर देती है। माँ की भक्ति वह शक्ति है, जो थके मन को नवजीवन देती है।
बस, अपने मन की डोर माँ के चरणों में सौंप दो। उनकी कृपा से न केवल किनारा मिलेगा, बल्कि जीवन की हर अड़चन भी दूर होगी। माँ शारदे, तुम्हारा बालक तुम पर भरोसा करता है—उसका साया सदा बनाए रखना।