(राधे, तू बड़भागिनी, कौन तपस्या कीन, तीन लोक तारन तरन, सो तेरे आधीन॥)
श्री राधे श्री राधे, श्री राधे श्री राधे, दीजो, बरसाने को वास, लाड़ली श्री राधे।। श्री राधे जय श्याम राधे, दीजो, बरसाने को वास, लाड़ली श्री राधे।।
नित-नित तेरा, दर्शन पाऊं, लाड़-प्यार से, तुझे रिझाऊं।। अब सुन लीजो, ये पुकार... लाड़ली श्री राधे... दीजो, बरसाने को वास...
मधुकरी मांग, मांग मैं लाऊं, टूक प्रशादी, के मैं पाऊं।। और गाऊं, तेरे गुणगान... लाड़ली श्री राधे... दीजो, बरसाने को वास...
बरसाने को छोड़, कहूं ना जाऊं, या रज में, जीवन मैं बिताऊं।। बस यही आस, यही चाह... लाड़ली श्री राधे... दीजो, बरसाने को वास...
इतनी सी बात, मान लो श्यामा, निज चरणों से, लगा लो श्यामा।। मोहे दीजो, चरणन का प्यार... लाड़ली श्री राधे... दीजो, बरसाने को वास, लाड़ली श्री राधे।। श्री राधे जय श्याम राधे, लाड़ली श्री राधे... दीजो, बरसाने को वास...