मुझे अपने ही रंग में रंगले,
मेरे यार सांवरे
मेरे यार सांवरे
दिलदार सांवरे
ऐसा रंग तू रंग दे सांवरिया
जो उतरे ना जनम जनम तक
नाम तू अपना लिख दे कन्हैया<
मेरे यार सांवरे
मेरे यार सांवरे
दिलदार सांवरे
ऐसा रंग तू रंग दे सांवरिया
जो उतरे ना जनम जनम तक
नाम तू अपना लिख दे कन्हैया<
मेरे सारे बदन पर
मुझे अपना बना के देखो इक बार सांवरे
श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया
बिना रंगाये मैं घर नहीं जाउंगी
बिना रंगाये मैं तो घर नहीं जाउंगी,
बीत जाए चाहे सारी उमरिया।
लाल ना रंगाऊं मैं तो हरी ना रंगाऊ,
अपने ही रंग में रंग दे सांवरिया
ऐसी रंग दे जो रंग ना छूटे
धोबिया धोये चाहे सारी उमरिया
मुझे अपने ही रंग में रंगले मेरे यार सांवरे
मेरे यार सांवरे
दिलदार सांवरे
जो नाही रंगों तो मोल ही मंगाए
दो ब्रज में खुली है प्रेम बजरिया
या चुनरी को ओड मैं तो यमुना पे जाउंगी
श्याम की मोपे पड़ेगी नजरिया
मेरे जीवन की नैया लगा जा उस पास सांवरे
मुझे अपने ही रंग में रंगले मेरे यार सांवरे
मेरे यार सांवरे
दिलदार सांवरे
भव सागर में ऐ मनमोहन माझी बन कर आना,
ना भटकूँ इधर उधर हे प्यारे मुरली मधुर बजाना
मेरी जीवन लेजा उस पार सांवरे
रैन चढ़ी रसूल की रंग मौला के हाथ
तूने जिसकी चुनरी रंगदीनी रे
धन धन उसके भाग
जो तू मांगे रंग की रंगाई
तो मेरा जोबन गिरवी रख ले
पर अपनी पगड़िया मोरी चुनरिया
एक ही रंग में रंग ले
तेरे रंग तेरी आशकी जरूर रंग लाएगी
मुझे मार डालेगी या जीना सिखाएगी
दुनिया के रंग मिटा देगी मुझमे से
रंग तेरे प्यार का यह मुझ पे चढाएगी
मुझे अपना बना के देखो एक बार सांवरे
मुझे अपने ही रंग में रंगले मेरे यार सांवरे
प्रीत लगाना प्रीतम ऐसी
निभ जाए मरते दम तक
इस के सिवा ना तुझ से चाह
ना कुछ माँगा अब तक
मेरे काहना तुझ बिन जीना बेकार सांवरे
मेरे यार सांवरे दिलदार सांवरे
मुझे अपना बना के देखो इक बार सांवरे
श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया
बिना रंगाये मैं घर नहीं जाउंगी
बिना रंगाये मैं तो घर नहीं जाउंगी,
बीत जाए चाहे सारी उमरिया।
लाल ना रंगाऊं मैं तो हरी ना रंगाऊ,
अपने ही रंग में रंग दे सांवरिया
ऐसी रंग दे जो रंग ना छूटे
धोबिया धोये चाहे सारी उमरिया
मुझे अपने ही रंग में रंगले मेरे यार सांवरे
मेरे यार सांवरे
दिलदार सांवरे
जो नाही रंगों तो मोल ही मंगाए
दो ब्रज में खुली है प्रेम बजरिया
या चुनरी को ओड मैं तो यमुना पे जाउंगी
श्याम की मोपे पड़ेगी नजरिया
मेरे जीवन की नैया लगा जा उस पास सांवरे
मुझे अपने ही रंग में रंगले मेरे यार सांवरे
मेरे यार सांवरे
दिलदार सांवरे
भव सागर में ऐ मनमोहन माझी बन कर आना,
ना भटकूँ इधर उधर हे प्यारे मुरली मधुर बजाना
मेरी जीवन लेजा उस पार सांवरे
रैन चढ़ी रसूल की रंग मौला के हाथ
तूने जिसकी चुनरी रंगदीनी रे
धन धन उसके भाग
जो तू मांगे रंग की रंगाई
तो मेरा जोबन गिरवी रख ले
पर अपनी पगड़िया मोरी चुनरिया
एक ही रंग में रंग ले
तेरे रंग तेरी आशकी जरूर रंग लाएगी
मुझे मार डालेगी या जीना सिखाएगी
दुनिया के रंग मिटा देगी मुझमे से
रंग तेरे प्यार का यह मुझ पे चढाएगी
मुझे अपना बना के देखो एक बार सांवरे
मुझे अपने ही रंग में रंगले मेरे यार सांवरे
प्रीत लगाना प्रीतम ऐसी
निभ जाए मरते दम तक
इस के सिवा ना तुझ से चाह
ना कुछ माँगा अब तक
मेरे काहना तुझ बिन जीना बेकार सांवरे
मेरे यार सांवरे दिलदार सांवरे
मुझे अपने ही रंग में रंगले मेरे यार सांवरे Mujhe Apne Hi Rang Me Rangle