राम ने रथ को हांक दियो है भजन
राम ने रथ को हांक दियो है भजन
राम ने रथ को हांक दियो है, लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
एक वन चाल्यो, दूजो वन चाल्यो, तीजो में लग गई प्यास, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
ऐसा नाहीं है कोई इस नगरी में, जो प्यासे को नीर पिलाए, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
मांज धोए, बच्चे नीर भर लाए, भजो भई रामा।।
ले लो जी नीर, पियो भाई, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
तेरे हाथ का बच्चा जल नहीं पीवे, तो पिता का नाम बताओ, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
पिता का नाम तो हम नहीं जाने, माता का सीता नाम, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
ले चल बेटा उस नगरी में, जहां बसीं सीता नार, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
एक वन गयो, दूजो वन गयो, तीजे में पहुंच जाए, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
एक वन चाल्यो, दूजो वन चाल्यो, तीजो में लग गई प्यास, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
ऐसा नाहीं है कोई इस नगरी में, जो प्यासे को नीर पिलाए, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
मांज धोए, बच्चे नीर भर लाए, भजो भई रामा।।
ले लो जी नीर, पियो भाई, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
तेरे हाथ का बच्चा जल नहीं पीवे, तो पिता का नाम बताओ, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
पिता का नाम तो हम नहीं जाने, माता का सीता नाम, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
ले चल बेटा उस नगरी में, जहां बसीं सीता नार, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
एक वन गयो, दूजो वन गयो, तीजे में पहुंच जाए, भजो भई रामा।।
लक्ष्मण चल दियो साथ, भजो भई रामा।।
राम ने रथ को हांक दियो है || Ram Bhakti Geet || Ram Bhakti Song || Ram Bhakti Bhajan (With Lyrics)