क्यों ना राम भजे- ना रहने मुँह में दांत आवेगा रुक रुक के तने सांस भजन
ना रहने मुँह में दांत
आवेगा रुक रुक के तने सांस
क्यों ना राम भजे
ना रहने मुँह में दांत
आवेगा रुक रुक के तने सांस
क्यों ना राम भजे
तेरी होज्या जिंदगी आखड़
खटोली (खाट-चारपाई ) कदे भीतर कदे भार (बाहर )
रे खटोली कदे भीतर कदे भार
त्रिया किसी की ना ख़ास सतावे
कवे बूढ़ा बदमाश
क्यों ना राम भजे
मुँह में रवे ना दांत
क्यों ना राम भजे
तन्ने जिनकी खातिर
करी कमाई
पूरी करता सब मनचाही
तन्ने जिनकी खातिर
करी कमाई
पूरी करता सबकी चाही
पूरी करता सबकी चाही
कहेंगे जाइयो सत्यानाश
यो गड़ग्या म्हारे बारने बांस
क्यों ना राम भजे
मुँह में रवे ना दांत
क्यों ना राम भजे
तेरे रहने मुँह में दांत
आवेगा रुक रुक के तने सांस
क्यों ना राम भजे
तेरे मुंह में ना रहने दांत
आवेगा रुक रुक के तने सांस
क्यों ना राम भजे
तन्ने जिन सतना के
कुनबा जोड्या
सारा दिन फिरया भाग्या दौड़या
तन्ने जिन सतना के
कुनबा जोड्या
सारा दिन फिरया भाग्या दौड़या
सारा दिन फिरया भाग्या दौड़या
कहेंगे तौड़दी खाट
बारना लत्ता यो दंड सात
तेरे मुंह में ना रहने दांत
आवेगा रुक रुक के तने सांस
क्यों ना राम भजे
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं