संकट में शेरावाली की सकलाई

संकट में शेरावाली की सकलाई

(मुखड़ा)
संकट में शेरावाली की,
सकलाई देखी है,
मेरे संग-संग चलती,
मैया की परछाईं देखी है,
मेरे संग-संग चलती,
मैया की परछाईं देखी है।।

(अंतरा)
कोई राह नज़र ना आए,
जब छाए ग़म के बादल,
सर पे महसूस किया है,
मैंने मैया का आँचल,
माँ की चुनरी मेरे सर पे,
माँ की चुनरी मेरे सर पे,
लहराई देखी है,
मेरे संग-संग चलती,
मैया की परछाईं देखी है।।

ये है तक़दीर हमारी,
जो तेरी शरण मिली है,
क़िस्मत से हम भक्तों की,
मैया तू कुलदेवी है,
मेरे सुख में, दुख में हरदम,
मेरे सुख में, दुख में हरदम,
माँ आई देखी है,
मेरे संग-संग चलती,
मैया की परछाईं देखी है।।

तूने तो दिया है मैया,
मुझको औकात से बढ़कर,
‘सौरभ मधुकर’ की तूने,
रख दी तक़दीर बदलकर,
हमने माँ के दरबार की,
हमने माँ के दरबार की,
सच्चाई देखी है,
मेरे संग-संग चलती,
मैया की परछाईं देखी है।।

(पुनरावृति)
संकट में शेरावाली की,
सकलाई देखी है,
मेरे संग-संग चलती,
मैया की परछाईं देखी है,
मेरे संग-संग चलती,
मैया की परछाईं देखी है।।


इस भजन को केवल सुनना नहीं महसूस भी करना | Navratri Bhajan 2022 | Matarani Bhajan | Navratri Special

Mata Rani Bhajan: Mere Sang Sang Chalti Maiya Ki Parchhai
Singer: Aman-Shivam
Lyricist: Saurabh Madhukar
Music: Indranil Roy
Presented By: Saurabh Madhukar

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