बाजे जब-जब मैं दौड़ी दौड़ी आऊं सांवरे
बाजे जब-जब मैं दौड़ी दौड़ी आऊं सांवरे
तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम, सांवरे,
बाजे जब-जब, से चैन चुराए,
मुरली तेरी मोहे पागल बनाए।।
सुन के मुरली तेरी, रह ना पाऊं सांवरे,
बाजे जब-जब, मैं दौड़ी-दौड़ी आऊं सांवरे।।
तेरी मुरली की हो गई दीवानी,
भूल गई प्यारी दुनिया मैं ये सारी।।
गीत तेरे ही हर दम मैं गाऊं सांवरे,
तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम, सांवरे।।
ऐसा किया तेरी मुरली ने जादू,
दिल पे मेरे अब रहा ना कोई काबू।।
बिन तेरे मैं रह ना पाऊं सांवरे,
बाजे जब-जब, मैं दौड़ी-दौड़ी आऊं सांवरे।।
आजा अब मोहे अपना बना ले,
चरणों से मुझको अपने लगा ले।।
प्रीत की डोरी तुझ संग लगाऊं सांवरे,
बाजे जब-जब, मैं दौड़ी-दौड़ी आऊं सांवरे।।
बाजे जब-जब, से चैन चुराए,
मुरली तेरी मोहे पागल बनाए।।
सुन के मुरली तेरी, रह ना पाऊं सांवरे,
बाजे जब-जब, मैं दौड़ी-दौड़ी आऊं सांवरे।।
तेरी मुरली की हो गई दीवानी,
भूल गई प्यारी दुनिया मैं ये सारी।।
गीत तेरे ही हर दम मैं गाऊं सांवरे,
तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम, सांवरे।।
ऐसा किया तेरी मुरली ने जादू,
दिल पे मेरे अब रहा ना कोई काबू।।
बिन तेरे मैं रह ना पाऊं सांवरे,
बाजे जब-जब, मैं दौड़ी-दौड़ी आऊं सांवरे।।
आजा अब मोहे अपना बना ले,
चरणों से मुझको अपने लगा ले।।
प्रीत की डोरी तुझ संग लगाऊं सांवरे,
बाजे जब-जब, मैं दौड़ी-दौड़ी आऊं सांवरे।।
तेरी मुरली की में हूँ गुलाम साँवरे | Teri Murli Ki Mein Hun Gulam Saanware | New Krishna Song 2020
भक्त कहता है कि जब भी कान्हा की मुरली बजती है, उसका मन बेकाबू हो जाता है और वह सबकुछ भूलकर उनकी ओर दौड़ पड़ता है। यह भजन प्रेम, समर्पण और कृष्ण के दिव्य संगीत की महिमा का सुंदर चित्रण करता है।