मेरे सँवारे के खेल तो निराले हैं Mere Sanvre Ke To Khel Nirale

मेरे सँवारे के खेल तो निराले हैं Mere Sanvre Ke To Khel Nirale Hain

 
मेरे सँवारे के खेल तो निराले हैं Mere Sanvre Ke To Khel Nirale Hain

मेरे साँवरे के खेल तो निराले हैं,
मेरे साँवरे के खेल तो निराले हैं,
निराले है जी निराले है,
अपने भगतो के साँवरे रखवाले हैं,
मेरे साँवरे के खेल तो निराले हैं,

फरमान जग में इन्हीं का चला हैं,
पत्ता भी इनकी रजा से हिला हैं,
इनकी महिमा से हम तो अनजाने हैं,
मेरे साँवरे के खेल तो निराले हैं,

विश्वाश भगवान सदा बढ़ता जाए,
कष्टों को सह कर भी हम मुस्कुराये ,
हारों के आप तो सहारे है,
मेरे साँवरे के खेल तो निराले हैं,

पीड़ा हृदय की तुम्हे ही सुनाऊँ,
तुम सा मददगार कहो कहा पाऊँ,
नंदू तो तेरे ही हवाले है
मेरे साँवरे के खेल तो निराले हैं,
 

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Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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