श्याम सवेरे देखूँ तुझको कितना सुंदर रूप
तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धूप है,
जब जब भी इसे पुकारू मैं,
तस्वीर को इसकी निहारू मै ,
ओ मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने,
मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने,
मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने,
खुश हो जाएगर साँवरियाँ,
किस्मत को चमका देता,
हांथ पकड़ ले अगर,
किसी का जीवन स्वर्ग बना देता,
यह बातें सोच विचारूँ मैं,
तस्वीर को इसकी निहारू मैं,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने,
मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने,
गिरने से पहले ही आकर,
बाबा मुझे संभालेगा
पूरा है विश्वास है कभी,
तू तूफ़ानो से निकालेगा,
ये तन मन तुझपे वारु मैं,
तस्वीर को इसकी निहारू मै
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने,
मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने,
श्याम के आगे मुझको,
तो ये दुनिया फिकी लगती है
जिस मोह में और जान है,
वो इतनी नजदीकी लगती है
अपनी तक़दीर सवांरु मै,
तस्वीर को इसकी निहारू मै,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
New Krishna Bhajan शाम सवेरे देखु तुझको - (Sham Savere Dekhu Tujhko) Khatu Shyam Bhajan - Saawariya
Shyam Bhajan - Sham Savere Dekhu Tujhko
Singer - Avinash Karn
Music - Avinash Karn
Label: Banke Bihari Music(BBM Series)
Copyright - Saawariya
यह रचना उस आध्यात्मिक निकटता का प्रतीक है जहाँ विश्वास और अनुभूति ईश्वर के प्रति प्रेम में विलीन हो जाते हैं। जीवन की हर सुबह जब अध्यात्म में डूबी होती है, तब व्यक्ति को अपनी आराध्य शक्ति के रूप में वही चेहरा दिखाई देता है जो उसके लिए जीवन का आधार बन गया है। संसार की गहमागहमी, धूप और थकावट में जब मन अशांत होता है, तब उसी श्याम की छवि ठंडी छाँव बनकर आत्मा को शांति देती है। यह भाव केवल भक्ति का ही नहीं, बल्कि आत्मीय मिलन का अनुभव है – जब साधक अपने आराध्य को बाहर नहीं, अपने अंतर्मन में उपस्थित महसूस करता है।
